अस्पताल पहुंचाओ, 5000 इनाम पाओ: कई बार मदद करने पर मिलेगा इतने लाख का पुरस्कार, जानिए क्या है स्कीम ?
दिल्ली। आमतौर पर वाहन दुर्घटना के स्थान पर तत्काल आसपास के लोग मौजूद होते हैं, लेकिन वे केवल घटना स्थल को देखने और फोटो और वीडियो लेने का काम करते हैं। इसके बाद 108 पर कॉल करें। इस देरी की वजह से कई बार व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। यदि उसे आसपास के लोगों द्वारा तुरंत जिला अस्पताल ले जाया जाता है तो संबंधित व्यक्ति को अस्पताल के रजिस्टर में ही अपना नाम दर्ज कराना होगा।
केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों को गंभीर रूप से घायल होने पर एक घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचाने वालों को 5 हजार रुपये नकद इनाम देने की योजना लागू की है। अस्पताल, उसे पुलिस के बयानों और अदालतों से गुजरना होगा। इसलिए वह घायलों की मदद नहीं करते। समय पर इलाज नहीं मिलने से घायल व्यक्ति की मौत हो जाती है।
तेज आंधी-तूफान ने मचाई तबाही: भरे बाजार में गिरा पेड़, पति-पत्नी की मौत, इलाके में मचा हड़ंकप
योजना के तहत ऐसे पा सकते हैं इनाम
इस योजना के लिए मंत्रालय की ओर से एक पोर्टल भी बनाया गया है, जो ‘नेक मददगारों को पुरस्कार देने की योजना’ के नाम से शुरू होता है. यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना की सूचना पुलिस को देता है तो चिकित्सक से पुष्टि कर पुलिस ऐसे नागरिक को शासकीय लेटर पैड पर लिख कर उसकी कार्रवाई को प्रमाणित करेगी. जिसके बाद उसकी एक प्रति संबंधित थाने द्वारा जिला स्तर पर गठित मूल्यांकन समिति को भेजी जाएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तेज आंधी-तूफान ने मचाई तबाही: भरे बाजार में गिरा पेड़, पति-पत्नी की मौत, इलाके में मचा हड़ंकप
अगर वह व्यक्ति खुद घायल को अस्पताल ले जाता है तो अस्पताल प्रबंधक खुद इसकी पूरी जानकारी पुलिस को देगा. इसके बाद पुलिस उस व्यक्ति का सत्यापन कर आगे की कार्रवाई करेगी। एक व्यक्ति एक वर्ष में अधिकतम पांच बार पुरस्कार प्राप्त कर सकता है।
MP में रफ्तार का कहर: ट्रक ने ऑटो को पीछे से मारी टक्कर, 3 लोगों की मौत, दो की हालत गंभीर
इतना ही नहीं, इस योजना में नकद पुरस्कार के अलावा एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय लेबल पर सबसे नेक मददगारों को एक लाख रुपए तक पुरस्कार के तौर पर दिए जाएंगे।
read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS