अनशन पर बैठे नगवाढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष।
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छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा की नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष भुवनेश्वर केशरवानी बुधवार से आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। उनका विरोध शिक्षक दंपति को लेकर है। उन्हें स्कूल से हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं नवागढ़ में भी ओपन स्कूल परीक्षा का केंद्र बनाए जाने की मांग है। उनके इस अनशन की सूचना पर अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। हालांकि पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि तमाम शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है। इसके चलते उन्हें अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
दरअसल, सारा मुख्य विवाद शिक्षक दंपति को लेकर ही है। तहसील परिसर में अनशन पर बैठे नगर पंचायत अध्यक्ष भुवनेश्वर केशरवनी बताते हैं कि हायर सेकंडरी स्कूल में पति-पत्नी संतोष शुक्ला और ममता शुक्ला व्याख्याता पदस्थ हैं। आरोप लगाया कि दोनों स्कूल देर से पहुंचते हैं। छात्र-छात्राओं से अभद्र व्यवहार करते हैं। दोनों की जिला प्रशासन से शिकायत की थी। साल 2016 में छात्र-छात्राएं भी शिकायत कर चुके हैं। हड़ताल भी की थी। इसके बाद शिक्षक दंपति को हटाकर अन्य स्कूल में पदस्थ कर दिया गया था।
इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक दंपति के चेतावनी देते हुए फिर से मई 2016 में आदेश को निरस्त करते हुए नवागढ़ में भी से पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए। उस दिन से अब तक उनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है। पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि लगातार शिकायत की गई है, जांच भी हुई, पर आज तक कार्रवाई नहीं की गई। शिक्षक संतोष शुक्ला को छत्तीसगढ़ ओपन स्कूल का प्रभारी बना दिया गया। अक्तूबर 2022 में शाला समिति की बैठक में तत्कालीन प्राचार्य ने उन्हें हटाने का प्रस्ताव किया।