रामायण वार्ता प्रकाशन समिति के अध्यक्ष बने सांसद विजय बघेल
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रामायण रिसर्च काउंसिल संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक नई मुहिम की शुरूआत कर रही है। काउंसिल ने ‘रामायण वार्ता’ नाम से एक पाक्षिक पत्रिका के प्रकाशन का संकल्प लिया है। इसके लिए एक समिति ‘रामायण वार्ता प्रकाशन समिति’ गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता सांसद विजय बघेल को प्रदान की गई है। सांसद के जन्मदिवस से ठीक दो दिन बाद काउंसिल की ओर से इस विषय की घोषणा की गई।
सांसद ने बताया कि रामायण वार्ता संस्कृत भाषा में होगी, जिसे आम जन को समझने के लिए हर पृष्ठ के नीचे उस पृष्ठ की शब्दावली होगी। बघेल ने बताया कि इस माध्यम से देश की खोती लोक परंपरा और संस्कृति से आम जन को अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा देश के चर्चित मंदिर, समाज में बेहतर कार्य कर रहे रामायणी तथा प्रभु श्रीराम एवं भगवती सीताजी के मानव कल्याण संदेशों से जन-जन को अवगत कराने के लिए इस माधयम से एक अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम हर अंक में न केवल संस्कृत भाषा में आलेख प्रकाशित करेंगे, बल्कि संस्कृत कैसे सीख या बोल सकते हैं, इस विषय की भी जानकारी देंगे। सांसद बघेल ने कहा कि इस कार्य के लिए टीम भी गठित कर ली गई है, इसका प्रकाशन पहले चरण में नई दिल्ली से ही होगा, फिर अगले चरण में धीरे-धीरे भारत के हर राज्य से इसका प्रकाशन शुरू करवाने का प्रयत्न करेंगे। उन्होंने देश के युवाओं से इस अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।