पुलिस गिरफ्त में आरोपी।
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छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में ससुर और दामाद ने नौकरी का झांसा देकर तीन भाइयों से 16 लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए। आरोपियों में दामाद एक भाई का दोस्त भी है। उन्होंने भाइयों को जगदलपुर स्थित एनएमडीसी प्लांट में अलग-अलग पद पर नौकरी लगवाने की बात कही थी। इसके बाद रुपये लेकर भाग निकले। पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा आरोपी ससुर फरार है। मामला शिवरीनारायण थाना क्षेत्र का है।
युवक और आरोपी आपस में थे दोस्त
जानकारी के मुताबिक, पचारी गांव निवासी यशवंत बंजारे (29) इलेक्ट्रिकल्स की दुकान संचालित करता है। गांव में ही उसका पड़ोसी गोपल कृष्ण कश्यप है। दोनों के बीच दोस्ती भी है। गोपाल ने एक दिन यशवंत से कहा कि उसका मामा ससुर धरम ध्वजाराम की एनएमडीसी प्लांट में पहुंच है। वहां क्लर्क, कंप्यूटर ऑपरेटर, चपरासी के पदों पर नौकरी लगवा सकते हैं। उन्होंने कहा था कि कोई हो तो बताना। कुछ दिन बाद जब फिर गोपाल से मुलाकात हुई तो यशवंत ने अपने साथ ही दो भाइयों की नौकरी लगवाने को कहा।
खेत, गाड़ी गिरवी रख, उधार लेकर दी रकम
यशवंत ने गोपाल से कहा कि क्लर्क पद पर उसकी, उसके भाई जसवंत की कंप्यूटर ऑपरेटर और चचेरे भाई राजकमल की चपरासी में नौकरी लगवा दे। इस पर 20 लाख रुपये देने पर नौकरी की बात बताई गई। यशवंत और उसके भाइयों ने खेत, गाड़ी गिरवी रखी और दोस्तों से उधार लेकर 16 लाख 15 हजार रुपये गोपाल कश्यप और उसके मामा धरम ध्वजाराम को दे दिए। इसमें 12 लाख 90 हजार रुपये नकद और बाकी के 90 हजार रुपये गोपाल व 2.75 लाख रुपये धरम के खाते में जनवरी में ट्रांसफर किए।
एक आरोपी गिरफ्तार, मामा ससुर की तलाश जारी
एक माह बीतने के बाद भी जब उनकी नौकरी नहीं लगी तो भाइयों ने गोपाल से रुपये वापस मांगे। इस पर दोनों आरोपियों टाल-मटोल करना शुरू कर दिया। काफी दिनों तक जब वे टालते रहे तो तंग आकर यशवंत ने थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। थाना प्रभारी रविंद्र अनंत ने बताया कि, धोखाधडी मामले में एक आरोपी गोपाल कृष्ण कश्यप को ग्राम गंगाजल, नवागढ़ उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। वहीं आरोपी मामा ससुर ग्राम कासा धरम ध्वजाराम वर्मा की तलाश जारी है।