ये शिक्षक है या शैतान ? होमवर्क नहीं करने पर शिक्षक ने छात्र को लात-घूसों से पीटा, अस्पताल में बच्चे की मौत
नई दिल्ली। राजस्थान के चूरू जिले के सालासर के गांव कोलासर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक निजी स्कूल में 7वीं कक्षा के छात्र को शिक्षक ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला. 13 साल के बच्चे का कसूर केवल इतना था कि उसने होमवर्क नहीं किया था, जिससे कथित तौर पर टीचर ने पिटाई कर उसकी जान ही ले ली.
सालासर पुलिस के एसएचओ संदीप बिश्नोई के मुताबिक कोलासर निवासी ओमप्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनका बेटा गणेश कोलासर के निजी स्कूल मॉर्डन पब्लिक स्कूल का 7वीं कक्षा का छात्र था. जो दो-तीन महीने से स्कूल जा रहा था. गणेश ने अपने पिता को बीते 15 दिनों में तीन-चार बार शिकायत की थी कि उसका टीचर मनोज बेवजह उसके साथ मारपीट करता है.
ये कैसी मां है! कुछ घंटे चैन से सोना चाहती थी मां, इसलिए बच्चे के दूध में मिला दिया ब्लीच, फिर…
बुधवार को भी गणेश स्कूल गया था. सुबह करीब सवा 9 बजे गणेश के पिता ओमप्रकाश को स्कूल के आरोपी शिक्षक मनोज का फोन आया कि गणेश होमवर्क करके नहीं लाया है, इसलिए उसकी पिटाई की गई है जिससे वह बेहोश हो गया है.
खेत में काम कर रहे पिता ने आरोपी शिक्षक से पूछा कि वह बेहोश हुआ है या मर गया है ? इस पर आरोपी शिक्षक ने कहा कि वो मरने का नाटक कर रहा है. कुछ समय बाद ओमप्रकाश स्कूल पहुंचा, जहां उसकी पत्नी पहले से ही मौजूद थी. स्कूल के बाकी बच्चे घबराए हुए थे.
हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: पीड़िता का चरित्र खराब है, यह कहकर रेप के आरोपी को नहीं छोड़ सकते
बच्चों ने बताया कि आरोपी मनोज ने गणेश के साथ बेरहमी से लात-घूसों से मारपीट की और जमीन पर पटक-पटक कर पिटाई की. इस बेरहमी से गणेश लहूलुहान हो गया. परिजनों के पहुंचने के बाद घायल बालक को सालासर के निजी अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने गणेश को मृत घोषित कर दिया.
एसएचओ संदीप बिश्नोई ने बताया कि मृतक गणेश के पिता ओमप्रकाश ने शिक्षक मनोज कुमार के खिलाफ धारा 302 में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया है. सालासर पुलिस ने बालक के शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. यहां तीन डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड से मृतक छात्र का पोस्टमॉर्टम कराया गया.
read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें