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Raipur: सीएम भूपेश बघेल ने कल्पतरू रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का किया भ्रमण, समूह की महिलाओं की सुनी समस्याएं

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री शैलजा कुमारी के साथ राजधानी रायपुर के सेरीखेड़ी स्थित कल्पतरु रूरल इंडस्ट्रियल पार्क पहुंचे। उन्होंने वहां महिला समूहों द्वारा संचालित बेकरी यूनिट, सिलाई यूनिट, नर्सरी, सीएमटीसी, सोलर ड्रायर, सोलर कोल्ड स्टोरेज, हर्बल गुलाल, चाक, फिनायल, सोप और मिक्सचर यूनिट का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री बघेल ने वहां कार्यरत स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर उनके जीवन में आए परिवर्तन की जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं के आग्रह पर उनके साथ सेल्फी भी ली। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री को बेकरी यूनिट में काम कर रही महिलाओं ने बताया कि उनका समूह कोदो कुटकी और रागी से बिस्कुट और कुकीज बनाने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री बघेल और शैलजा कुमारी ने कोदो से बने बिस्कुट का स्वाद चखा और कुकीज के स्वाद की सराहना की। उन्होंने महिलाओं के आजीविका मूलक कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई भी दी। सिलाई मशीन की इकाई में काम करने वाली ईश्वरी डहरिया ने बताया कि उनका समूह कपड़ा निर्माण का कार्य करता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से टी-शर्ट सिलाई के लिए आवश्यक मशीन की मांग की। उन्होंने बताया कि उनके समूह को इंटर लॉक सिलाई से कपड़े तैयार करने के कुछ आर्डर मिले थे, लेकिन मशीन नहीं होने से हम लोग यह काम नहीं कर सके। ईश्वरी ने उन्हें बताया कि इस यूनिट में काम कर रही महिलाओं को माह में सात हजार रुपए की आमदनी होती है। 

चर्चा के दौरान ईश्वरी ने मुख्यमंत्री से बीस बड़ी सिलाई मशीन और इंटर लॉक मशीन की मांग करते हुए कहा कि इससे हम लोगों को काफी सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री द्वारा मशीन की कीमत पूछने पर उन्होंने बताया कि बड़ी सिलाई मशीन 28 हजार रुपए और इंटर लॉक मशीन 80 हजार रुपए की आती है। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही इस केंद्र के लिए बीस बड़ी सिलाई मशीन और इंटर लॉक मशीन देने की घोषणा की। महिलाओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। इस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू को निर्देशित किया।

रीपा के प्रशिक्षण केंद्र में 16 हजार से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण

नर्सरी निर्माण यूनिट की यमुना ध्रुव ने बताया कि वे विगत पांच वर्षों से यहां कार्य कर रही हैं। इस इकाई में महिलाएं छोटे पौधे तैयार कर उसे निजी नर्सरियों को बेचती हैं, जिससे पांच से छह हजार प्रतिमाह आमदनी होती है। लक्ष्य महिला संगठन द्वारा संचालित प्रशिक्षण केंद्र सीएमटीसी इकाई की अध्यक्ष ने बताया कि यहां अब तक 195 प्रशिक्षण सत्र संपादित किए जा चुके हैं, जिससे 16 हजार 6 सौ महिलाओं को विभिन्न आयमूलक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्य से अब तक 1 करोड़ 20 लाख रुपए की आमदनी हुई है। जिसमें महिलाओं को 30 लाख रुपए का लाभ हुआ है। यहां 40 ट्रेनर प्रशिक्षण देते हैं। महिलाओं ने बताया कि आवासीय प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं के रहने और भोजन की अच्छी व्यवस्था की जाती है। मुख्यमंत्री बघेल ने बटन मशरूम को संरक्षित करने के लिए लगाए गए सोलर कोल्ड स्टोरेज यूनिट का निरीक्षण कर उसकी कार्यशैली की जानकारी ली।

रीपा में कार्यरत महिलाओं के बच्चों की देखरेख एवं पोषण के लिए स्थापित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचने पर आंगनबाड़ी केंद्र के मासूम बच्चों ने फूल भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। महिलाओं ने अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया और बताया कि यहां सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक महिलाएं कार्य करती हैं। इस दौरान उनके बच्चों को आंगनबाड़ी में बुनियादी शिक्षा एवं पोषक आहार भी प्रदान किया जाता है। 

मिक्सचर यूनिट के अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री और शैलजा कुमारी ने महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे नवकलेवा राईस चिप्स की प्रक्रिया की जानकारी ली। महिलाओं के आग्रह पर अतिथियों ने राईस चिप्स का स्वाद भी लिया। इस केंद्र में लगाए गए सोलर ड्रायर में लेमन ग्रास फूलों की पंखुड़ियां, मशरूम, हल्दी आदि सुखाए जाते हैं। चाक निर्माण यूनिट में कार्यरत टिकेश्वरी यादव ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे यहां काम कर 6000 रुपये प्रतिमाह कमा लेती हैं। वह राजधानी के दुर्गा कॉलेज में एमए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। रीपा से जुड़कर वह निर्बाध रूप से अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रही हैं। साथ ही उन्होंने अपने लिए एक स्कूटी भी खरीदी है। 

महिला समूह को साबुन बेचकर हुई 5 लाख रूपए की आमदनी 

सोप निर्माण यूनिट से जुड़ी मोमिन धीवर ने मुख्यमंत्री एवं अतिथियों को उपहार स्वरूप साबुन भेंट किया। उन्होंने बताया कि अब तक उनका समूह 5 लाख रुपए की आमदनी कर चुका है। धीवर ने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क महिलाओं के जीवन में एक नई क्रांति लेकर आया है। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं और उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि हुई है। हथकरघा लूम यूनिट और गोदना आर्ट यूनिट के अवलोकन के दौरान महिलाओं ने इस यूनिट में तैयार किया गया राजकीय गमछा भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री बघेल ने महिलाओं के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। उन्होंने समूह की महिलाओं के आग्रह पर उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई। समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री एवं अतिथियों को रीपा में बने उत्पादों की टोकरी भेंट की।

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