मंगल ग्रह से आई आखिरी तस्वीर! Nasa का इनसाइट लैंडर जल्द हो जाएगा ‘खत्म’, यह है वजह

नासा के अनुसार, धूल ने इस लैंडर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। यह उसके पावर सोर्स को ढक रही है। लैंडर में लगे सोलर पैनल धूल के कारण ढक गए हैं, जिससे पावर जनरेट नहीं हो पा रही। नासा पहले ही बता चुकी है कि सौर ऊर्जा से चलने वाला इनसाइट लैंडर अब बहुत कम बिजली बना पा रहा है। शुरू में लैंडर एक घंटे 40 मिनट के लिए इलेक्ट्रिक ओवन को बिजली देता था। अब यह वक्त घटकर 10 मिनट रह गया है।
I’m getting close to the end here, due to dust gathering on my solar panels, making it hard to generate power. People often ask: don’t I have a way to dust myself off (wiper, blower, etc.)? It’s a fair question, and the short answer is this: (🧵) pic.twitter.com/fbFjj4AXf3
— NASA InSight (@NASAInSight) November 10, 2022
इनसाइट लैंडर में यह धूल नहीं होती, अगर इस प्रोजेक्ट की शुरुआत में इंजीनियरों ने इसमें एक बदलाव को जगह दी होती। लैंडर में वाइपर लगाए जा सकते थे, जैसे हम आमतौर पर गाड़ियों में देखते हैं, लेकिन इंजीनियर्स ने ऐसा ना करने का फैसला किया। इस वजह से लैंडर उस पर जमी धूल को नहीं हटा पा रहा है।
हालांकि यह फैसला सोच समझकर लिया गया था। धूल हटाने वाले सिस्टमों को इनसाइट पर लगाने से उसका वजन बढ़ जाता और प्रोजेक्ट की कॉस्ट भी ज्यादा हो जाती। इंजीनियरों ने यह फैसला इसलिए भी लिया क्योंकि इनसाइट लैंडर एक छोटे वक्त का मिशन था, हालांकि इसने मंगल ग्रह पर करीब 4 साल काम किया है।
यह मिशन भले ही अपने आखिरी पड़ाव पर है, लेकिन इसने धरती पर कई महत्वपूर्ण डेटा भेजे हैं। साल 2018 में मंगल ग्रह पर उतरने के बाद से इनसाइट लैंडर ने वहां 1,300 से अधिक भूकंपों को रिकॉर्ड किया है। इसने मंगल ग्रह पर आए अब तक के सबसे बड़े भूकंप को रिकॉर्ड किया था, जिसकी तीव्रता 5 मापी गई थी।