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Damoh: जंगली सुअर के शिकार के लिए रखा बम गाय ने खाया, ब्लास्ट से घायल, पुलिस ने बम बनाने वाले को किया गिरफ्तार

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खाने से गाय बुरी तरह घायल हो गई। बम जंगली सुअर के लिए छिपाया गया था। पुलिस ने बम बनाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से करीब आधा दर्जन देसी बम जब्त किए गए हैं।

जानकारी के अनुसार मामला दमोह जिले के देहात थाना इलाके के इमलिया लाजी गांव का है। एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि गांव में बम फटने से गाय घायल होने की सूचना मिली थी। सागर नाका चौकी प्रभारी गरिमा मिश्रा इमलिया लांजी गांव पहुंचीं और गाय का इलाज करवाया। साथ ही बम बनाकर रखने वाले आरोपी जीतू कुचबंदिया को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 429 के तहत मामला दर्ज किया है।

जिंदगी चलाने के लिए बनाता था मौत का सामान
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी जीतू कुचबंदिया ने बताया कि गांव में जंगली सुअर का शिकार करने के लिए पटाखों से बारुद निकालकर बम बनाता था, जिसे आटे में मिलाकर झाड़ियों में छिपा देता था। जैसे ही सुअर उस बम को आटे का गोला समझकर खाते थे, बम फट जाता था जिससे सुअर की मौत हो जाती थी और सुअर के मांस को गांव में कई लोग 200 रुपये किलो में खरीद लेते थे। इसी से उसका गुजर-बसर होता है। आरोपी ने बताया कि उसने जो बम सुअर के शिकार के लिए रखा था उसे गांव की एक गाय ने खा लिया जिससे बम फट गया और गाय घायल हो गई। 

पुलिस ने इमलिया लांजी गांव में तालाब किनारे से आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया कि उसके पिता भी कच्ची शराब बनाने का और शिकार करने का काम करते थे। कुछ साल पहले उनकी हत्या हो चुकी है, वह अपने पिता को देखकर
ही सीखता था कि पटाखों की बारुद से देसी बम कैसे बनाते हैं और देखते हुए वह भी सीख गया और अब उसी बम से शिकार करता है।

 

विस्तार

खाने से गाय बुरी तरह घायल हो गई। बम जंगली सुअर के लिए छिपाया गया था। पुलिस ने बम बनाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से करीब आधा दर्जन देसी बम जब्त किए गए हैं।

जानकारी के अनुसार मामला दमोह जिले के देहात थाना इलाके के इमलिया लाजी गांव का है। एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि गांव में बम फटने से गाय घायल होने की सूचना मिली थी। सागर नाका चौकी प्रभारी गरिमा मिश्रा इमलिया लांजी गांव पहुंचीं और गाय का इलाज करवाया। साथ ही बम बनाकर रखने वाले आरोपी जीतू कुचबंदिया को भी पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 429 के तहत मामला दर्ज किया है।

जिंदगी चलाने के लिए बनाता था मौत का सामान

पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी जीतू कुचबंदिया ने बताया कि गांव में जंगली सुअर का शिकार करने के लिए पटाखों से बारुद निकालकर बम बनाता था, जिसे आटे में मिलाकर झाड़ियों में छिपा देता था। जैसे ही सुअर उस बम को आटे का गोला समझकर खाते थे, बम फट जाता था जिससे सुअर की मौत हो जाती थी और सुअर के मांस को गांव में कई लोग 200 रुपये किलो में खरीद लेते थे। इसी से उसका गुजर-बसर होता है। आरोपी ने बताया कि उसने जो बम सुअर के शिकार के लिए रखा था उसे गांव की एक गाय ने खा लिया जिससे बम फट गया और गाय घायल हो गई। 

पुलिस ने इमलिया लांजी गांव में तालाब किनारे से आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया कि उसके पिता भी कच्ची शराब बनाने का और शिकार करने का काम करते थे। कुछ साल पहले उनकी हत्या हो चुकी है, वह अपने पिता को देखकर

ही सीखता था कि पटाखों की बारुद से देसी बम कैसे बनाते हैं और देखते हुए वह भी सीख गया और अब उसी बम से शिकार करता है।

 

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