मिथलेश पटेल, अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) अमरकंटक नए-नए कारनामों के लिए सुमार हो रहा है. इसलिए हमेशा सुर्खियों में रहता है. इस बार सुर्खियों में रहने की वजह थोड़ी अजीब है. हैरान करने वाली है. जिसे जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे.
दरअसल IGNTU में 25 सितंबर को सुबह 9 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर ऑनलाइन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन गूगल मीट के माध्यम से किया गया था. जिसमें दो विश्वविद्यालय के कुलपति सहित प्रोफेसर, महिला प्रोफेसर, बड़ी संख्या में शैक्षणिक-गैर शैक्षणिक अधिकारी-कर्मचारी और छात्र-छात्राएं ऑनलाइन जुड़े थे.
इस कार्यक्रम की शुरूआत में ही मुख्य अतिथि के उद्बोधन के प्रारंभ होते ही अश्लील वीडियो ऑनलाइन शेयर कर दिया गया, जो लगातार 20 से 25 मिनट तक चलता रहा. जिसे लेकर कुलपति सहित महिला प्रोफेसर और अन्य लोगों ने आपत्ति जताते हुए अश्लील वीडियो को हटाने की अपील करते रहे, लेकिन कार्यक्रम संचालन के दौरान अश्लील वीडियो लगातार चलता रहा. इस बीच ऑनलाइन व्याख्यान कार्यक्रम में जुड़े कई प्रोफेसर, महिला प्रोफेसरों सहित शैक्षणिक अधिकारी-कर्मचारियों ने बीच में ही उक्त आयोजन से अपनी दूरी बनाना उचित समझा.
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जब इस संबंध में विश्वविद्यालय के प्रबंधन से जानकारी चाही, तो उन्होंने पूरे मामले की शिकायत साइबर सेल में करने की बात कही, लेकिन अब तक इस पूरे मामले में कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कोई भी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है, न ही थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
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इस मामले में IGNTU के जनसंपर्क अधिकारी विजय दीक्षित का कहना है कि सायबर सिक्योरिटी को इंफार्म करते हुए वीडियो को बंद कर दिया गया था. तकनीकि मामला था जिसके बाद वीडियों को तत्काल बंद कराते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया.
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