अनूपपुर। अनूपपुर जिले के डूमर कछार नगर पंचायत और बिजुरी वन परिक्षेत्र के टांकी बीट में छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिले मरवाही क्षेत्र के जंगल से लगभग 40 हाथियों के दल ने दस्तक दी है. अनूपपुर जिले के सीमावर्ती वन परिक्षेत्र में जैसे हाथियों के ने दस्तक दी. वैसे ही वन विभाग ने टाकी के जंगली एरिया में बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया. साथ ही जंगल से सटे आसपास के गांव को खाली करा दिया गया है.
इसके पहले बिजुरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत हाथियों के झुंड ने खेत ताक रहे किसान के परिवार पर हमला कर 3 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद हाथियों का दल छत्तीसगढ़ लौट गया था. अब सोमवार को छत्तीसगढ़ से हाथियों का बड़ा दल अनूपपुर जिले के सीमावर्ती गांव में प्रवेश किया है, जिससे लोगों में हाथी के दल को लेकर डर का माहौल है.
वन विभाग ने जंगल में प्रवेश पर लगाई पाबंदी
छत्तीसगढ़ से अनूपपुर जिले में जैसे ही हाथियों ने प्रवेश किया वैसे ही आसपास के इलाकों को वन विभाग द्वारा अलर्ट जारी कर वन परिक्षेत्र में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. छत्तीसगढ़ से आए आधा सैकड़ा हाथियों के दल में करीब आधा दर्जन शावक भी होना बताया जा रहा है, जो की चिंता का विषय है. हाथी के शवकों के होने के कारण हाथों का समूह ज्यादा हिंसात्मक रहता है. इसलिए वन विभाग की टीम न् सतर्कता से काम लेते हुए आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर प्रभावित क्षेत्रों को खाली करा दिया गया है.
हफ्ते भर से मरवाही जिले में था हाथियों का ठहराव
हाथियों के इस दल ने छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से मरवाही वनमंडल की सीमा में दस्तक दी और बेलझिरिया बस्ती के किसानों की फसलों को रौंद डाली. करीब आठ किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. यह हाथी का दल हफ्ते भर से मरवाही वन परिक्षेत्र में परिभ्रमण कर रहा था, जिसके बाद सोमवार को मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में प्रवेश कर 1 प्रसिद्ध बिजली के सीमावर्ती गांव में अब इन हाथी के झुंड को देखा गया है.
फिलहाल छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे गांव अभी भी अलर्ट में रखे गए हैं. जहां वन विभाग की टीम द्वारा नजर रखी जा रही है. रातभर गश्त तो की गई मुनादी भी की गई, लेकिन लोग हाथियों की फोटो, सेल्फी और वीडियो बनाने के चक्कर में जान जोखिम में डालते हुए नजर आए. कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ में हाथी प्रभावित वनमंडलों के अधिकारियों की बैठक में इस प्रकार जान जोखिम में डालकर सेल्फी लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था.
1 महीने पूर्व हाथी के दल ने ली थी 3 की जान
बीते दिन 25 अगस्त बुधवार की रात्रि में अनूपपुर जिले के बिजुरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत हाथियों ने बेलगांव बीट के गांव से बाहर रह रहे केवट परिवार पर हमला कर एक ही परिवार के तीन सदस्यों को कुचल कर मार डाला था, जिसमें मृतक सदस्यों में गया प्रसाद केवट, मुन्नीबाई बाई केवट और 4 साल का नाती मासूम राजकुमार शामिल थे, जिसको वन विभाग ने मृतक परिवार को 12 लाख की सहायता राशि प्रदान की गई थी.
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