
Publish Date: | Fri, 07 Oct 2022 09:46 PM (IST)
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह के अवसर पर राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस दौरान नंदनवन जंगल सफारी नवा रायपुर की शेरनी कृति द्वारा माह मई 2021 में जन्मे तीन शावकों का नामकरण अरपा, पैरी तथा शबरी के नाम से किया। साथ ही उन्होंने नंदनवन जंगल सफारी में लोगों को वन्य प्राणियों को करीब से जानने का मौका देने और उन्हें जागरुक करने के लिए 10 नए बाड़े का लोकार्पण किया।
इनमें जंगली कुत्ते, भेड़िये, बायसन, चीतल, सांभर, चिंकारा, साही, नेवला, मसक बिलाव तथा सर्पों का बाड़ा शामिल है। इन्हें मिलाकर जंगल सफारी में अब कुल 28 बाड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बारनवापारा अभ्यारण्य में पाई जाने वाली रंग-बिरंगी तितलियों की जानकारी पर आधारित एक पुस्तक का भी विमोचन किया।
बघेल ने कहा कि अभी प्रदेश में वन्यप्राणी सप्ताह मनाया जा रहा है। वन्यप्राणियों की रक्षा करने और उनके साथ अपना साहचर्य बढ़ाने के संकल्प के साथ हर साल दो से आठ अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह का आयोजन किया जाता है। हमें गर्व है कि छत्तीसगढ़ वन एवं वन्यप्राणियों से समृद्ध राज्य है।
प्रदेश में 44 प्रतिशत से अधिक हिस्से वनों से आच्छादित हैं, यहां विभिन्न् प्रकार के वन्य प्राणी विचरण करते हैं। यह हम सब के लिए महत्वपूर्ण धरोहर है। हमारी सरकार द्वारा इसकी महत्ता को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में वन तथा वन्यप्राणी दोनों की ही सुरक्षा को प्राथमिकता में रखी है।
लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या: मोहम्मद अकबर
कार्यक्रम को वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि नंदनवन जंगल सफारी नवा रायपुर, एशिया की मानव निर्मित सबसे बड़ी जंगल सफारी है। यहां अनेक प्रकार के वन्य प्राणी बहुतायत में है। इसके फलस्वरूप नंदनवन जंगल सफारी में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके प्रचार-प्रसार पर भी उन्होंने विशेष जोर दिया।
Posted By: Pramod Sahu