MP News: भोपाल में बुराई का प्रतीक रावण हुआ भस्म, कई जगह जलाने करनी पड़ी मशक्कत

भोपाल में 20 से ज्यादा जगह बड़े रावण दहन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। टीटी नगर दशहरा मैदान में रावण दहन कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल शामिल हुए। इस अवसर पर राज्यपाल ने जनता को दशहरा की बधाई दी। उन्होंने कहा कि नवरात्र के नौ दिन माता की आराधना सभी लोग करते है। नौ दिन के बाद विजयदशमी के दिन प्रभु रामचंद्र जी को रावण का संहार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि रावण के पास बहुत शक्तियां थी, लेकिन उनकी नीतियां ठीक नहीं थी। ऐसी बाधाएं आपको आज भी मिल जाएगी। इनको हमें साथ नहीं देना है। तभी हमारा समाज अच्छा बनेगा। उन्होंने कहा कि भगवान ने मनुष्य को ही भाषा और सोचने समझने की समझ दी है। यह सिर्फ अपने हित के लिए नहीं। हमें समाज के पिछड़े लोगों को भी सहयोग करना है।
रावण को जलाने करनी पड़ी मशक्कत
टीटी नगर समेत कई जगह बारिश के कारण रावण, कुंभकरण, मेघनाथ को जलाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। रावण को डीजल-पेट्रोल डाल कर जलाया गया। इस तरह की दिक्कत भेल, सैलया समेत कई जगह सामने आई।
बारिश से बचाने ढका था
इससे पहले रावण को बचाने के लिए कई जगह रावण के पुतले को बरसाती से ढका गया था, लेकिन तेज हवा और बारिश में वह भी उड़ गए। देररात बारिश ने भी कई जगह कार्यक्रम में खलल डाला। सैलया में तेज बारिश में ही रावण जलाया गया।
कोलार में 102 फीट का रावण
शहर में 20 से ज्यादा जगह रावण के पुतले का दहन किया गया। कोलार में सबसे बड़े 102 फीट के रावण दहन का दावा किया गया है। वहीं छोला दशहरा मैदान में 61 फीट का रावण बनाया गया। टीटी नगर दशहरा मैदान में रावण 50 फीट का था। विट्ठल मार्केट दशहरा मैदान में 58 फीट का रावण का दहन किया गया। इसके अलावा जंबूरी मैदान, कलियासोत ग्राउंड, अशोका गार्डन, गोविंदपुरा, अवधपुरी, शाहपुरा, बाग मुगालिया, एमवीएम ग्राउंड समेत कई जगह रावण दहन के कार्यक्रम आयोजित हुए।