भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए कहा- यह अत्यंत दुर्भाग्यजनक है कि सॉलिसिटर जनरल जैसे सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर बैठा व्यक्ति राजनीतिक उद्देश्यों से झूठे एवं शरारत पूर्ण आरोप लगा रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी किसी जज से मिलकर किसी भी अभियुक्त के लिए किसी भी प्रकार का फेवर करने का अनुरोध नहीं किया। यह मेरी राजनीतिक छवि खराब करने एवं न्याय पालिक को दबाव में लाने का षड्यंत्र है जिसका समुचित प्रतिकार किया जाएगा।
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क्या है मामला
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में प्रदेश के चर्चित नान घोटाले मामले में सुनवाई के दौरान। ईडी के वकील के रूप में पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा था कि भूपेश बघेल नान घोटाला मामले के कुछ आरोपियों को जमानत के लिए एक जज से मिले थे। उन्होंने कहा कि ये जज बिलासपुर हाईकोर्ट से संबंध रखते हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार के वकील कपिल सिब्बल ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने कभी भी हाई कोर्ट के किसी जज से मुलाकात नहीं की। बता दें कि इस मामले में अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी।
क्या है नान घोटाला
एंटी करप्शन और आर्थिक अपराध ब्यूरो ने साल 2015 को नागरिक आपूर्ति निगम के ऑफिस समेत कई ठिकानों पर छापामारी की थी। इस दौरान बड़ी मात्रा में कैश और दस्तावेज बरामद हुए थे। आरोप था कि राइस मिल के खराब चावल के लिए अधिकारियों के द्वारा करोड़ों में रिश्वत ली गई थी। इसलिए इस मामले की जांच चल रही है।