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बलौदाबाजार हिंसा में 5 और गिरफ्तारी: 12 गाड़ियों में पहुंची थी फोर्स, पुलिस विधायक देवेंद्र यादव से निकाल रही कनेक्शन

5 more arrests in Balodabazar violence: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने भिलाई में कई घरों में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम 12 वाहनों में सवार होकर पहुंची थी। वे खुर्सीपार क्षेत्र से 5 लोगों को अपने साथ ले गए हैं। पुलिस के मुताबिक, हिंसा में शामिल सभी पांचों आरोपी थे।

मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार रात बलौदाबाजार एएसपी अभिषेक सिंह के नेतृत्व में भिलाई पहुंची। भिलाई पहुंचते ही उन्होंने दुर्ग पुलिस अधीक्षक से बल मांगा। इसके बाद एएसपी सुखनंदन राठौर ने कैंट और खुर्सीपार पुलिस को मौके पर भेजा। कार्रवाई के दौरान वे खुद मौजूद रहे।

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खुर्सीपार के मिलावटपारा से हुई गिरफ्तारी

खुर्सीपार थाना क्षेत्र से स्थानीय पुलिस बल लेकर बलौदाबाजार पुलिस सीधे खुर्सीपार के मिलावटपारा क्षेत्र पहुंची। यहां पुलिस ने छापेमारी कर योगेश नौरंगे, दिनेश बांधे, हेमंत खुंटे, अविनाथ खुंटे और लक्ष्मण सोनवानी को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया था कि कोई कुछ नहीं कर सका।

सभी को जेल भेज दिया गया

एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी बलौदाबाजार हिंसा में शामिल थे। बलौदाबाजार पुलिस के पास इसके पूरे सबूत हैं। उन्होंने इन्हें यहीं से गिरफ्तार किया और अगले दिन कोर्ट में पेश किया। वहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

विधायक देवेंद्र यादव का कनेक्शन निकाला जा रहा है

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन पांच लड़कों को गिरफ्तार किया गया है, वे भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के समर्थक हैं। जिस दिन बलौदाबाजार में हिंसक घटना हुई, वे भिलाई से बड़ी संख्या में लड़कों को लेकर कई वाहनों में सवार होकर बलौदाबाजार पहुंचे थे।

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वे खुद भीड़ में शामिल हुए और हिंसक घटना को अंजाम दिया। पुलिस अब इन लड़कों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे विधायक के कहने पर वहां गए थे। क्या वे हिंसा में शामिल थे या सतनामी समाज के आह्वान पर वहां पहुंचे थे।

देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के दौरान खूब हंगामा हुआ

बलौदाबाजार पुलिस शनिवार 17 अगस्त को भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर पहुंची। पहले तो आवास के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही, जिसने पुलिस को अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी उनके आवास पर पहुंचे।

दीपक बैज, अरुण वोरा समेत कई नेताओं के पहुंचने के बाद करीब 2-3 घंटे तक पुलिस अफसरों से बातचीत चली। इसके बाद देर शाम पुलिस बल बुलाया गया। आखिरकार पुलिस ने देवेंद्र यादव को उनके आवास से गिरफ्तार कर बलौदाबाजार के लिए रवाना कर दिया। इस दौरान हजारों की भीड़ ने विधायक को ले जाने से भी रोक दिया।

क्या हुआ बलौदाबाजार में?

गिरफ्तारी के बाद देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार के पुलिस लाइन स्थित आजाक थाने लाया गया। इसके बाद रात 10 बजे पुलिस विधायक देवेंद्र यादव को लेकर सीजेएम कोर्ट पहुंची। इस दौरान जिला कोर्ट और पुलिस कंट्रोल रूम के सामने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। रात में करीब दो से तीन हजार कांग्रेस कार्यकर्ता कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी करते रहे।

पुलिस ने कोर्ट से न्यायिक रिमांड की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। पुलिस ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल ले गई। उन्हें 7 दिन बाद फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। तब से देवेंद्र यादव रायपुर जेल में बंद हैं।

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बलौदाबाजार हिंसा मामले में कई नोटिस जारी

देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के दौरान दीपक बैज, अरुण वोरा समेत युवा कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे। पुलिस अफसरों में बलौदाबाजार एएसपी अभिषेक सिंह, टीआई बलौदाबाजार, दुर्ग एएसपी अभिषेक झा, एएसपी सिटी सुखनंदन राठौर भी मौजूद थे।

बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव को लगातार नोटिस जारी किए गए। चौथी बार नोटिस जारी होने के बाद विधायक ने बयान देने जाने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस जो भी बयान लेना चाहती है, उनके पास आकर ले।

जबरन बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है

गिरफ्तारी से पहले देवेंद्र यादव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं को मेरे खिलाफ बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि वे यह बयान दें कि देवेंद्र यादव 12 वाहनों में लोगों के साथ आए थे।

देवेंद्र यादव 22 जुलाई को बलौदाबाजार पहुंचकर अपना बयान दर्ज करा चुके हैं। विधायक के मुताबिक वे अपना राजनीतिक काम छोड़कर बार-बार बयान दर्ज कराने बलौदाबाजार नहीं आएंगे। मैंने पुलिस को अपना जवाब भेज दिया है। जरूरत पड़ी तो राज्यपाल से मिलूंगा। न्यायालय की मदद से इसका सामना करूंगा।

देवेंद्र के खिलाफ चल रहे हैं 3 मामले

बलौदाबाजार हिंसा मामला देवेंद्र यादव के खिलाफ जांच का पहला मामला नहीं है, कोयला घोटाला और कथित एमएमएस मामले की भी जांच उनके खिलाफ चल रही है। कुछ दिन पहले भिलाई नगर पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर फोटो वीडियो के लिए थाने भी बुलाया था।

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