बेटी बचाओ योजना के नाम पर 5 करोड़ की ठगी: देशभर में एक लाख से ज्यादा लोगों से वसूले 550 रुपए, 4 आरोपी गिरफ्तार

5 crore fraud in the name of Beti Bachao Yojana: मध्य प्रदेश के बालाघाट में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। पे-टू-पे फाउंडेशन के जरिए आरोपी मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए 550 रुपए की रसीद कटवाकर लोगों को सदस्य बनाते थे। बदले में बेटी की शादी पर एक लाख रुपए और उपहार देने का झांसा देते थे। दुर्घटना होने पर पैसे देने का झांसा भी सदस्यों को देते थे।
वारसवानी पुलिस ने इस मामले में रविवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। संस्था का अध्यक्ष फरार है। सोमवार को पुलिस ने मामले का खुलासा किया। आरोपियों ने बालाघाट में 14 हजार और देशभर में 93 हजार लोगों से ठगी की।
एजेंट ने खुद की शिकायत, फिर हुआ खुलासा
9 मार्च को एजेंट रंजीता फुलमारी निवासी वारसवानी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। रंजीता ने खुद 25 सदस्य बनाए थे। शक होने पर उसने पुलिस से संपर्क किया। आरोपियों ने सदस्यों को 17 चेन लेवल तक अलग-अलग इनाम और आखिरी लेवल पार करने पर एक करोड़ रुपये कमीशन का लालच भी दिया।
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ऐसे करते थे लोगों से ठगी
आम लोगों को बताते थे कि यह भारत सरकार की योजना है
आरोपी आम लोगों को बताते थे कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भारत सरकार की योजना है। वे लोगों से 550 रुपये की रसीद लेकर उन्हें संगठन का सदस्य बनाते थे। रसीदों पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का नारा लिखा होता है। इससे मिलने वाले पैसे को वे अपने बैंक खातों में जमा कराते थे। संगठन का सदस्य बनने पर वे उन लोगों से कहते थे जिनकी बेटियां हैं, वे संगठन से जुड़ें। बदले में वे उन्हें कमीशन का लालच देते थे।
कहते थे कि बेटी की शादी पर एक लाख रुपये मिलेंगे
आरोपी लोगों से कहते थे कि इस योजना से जुड़ने पर जिनकी बेटियां हैं, उनकी शादी पर एक लाख रुपये मिलेंगे। वे संगठन के सदस्यों से कहते थे कि वे 550 रुपये कमीशन दें। अधिक लोगों को जोड़ने पर 40 प्रति व्यक्ति का इनाम मिलता था। सदस्यों को बाएं और दाएं तरफ एक चेन सिस्टम के माध्यम से लोगों को सदस्य बनाना था। प्रत्येक स्तर पर अलग-अलग इनाम रखे गए थे। 17 स्तर पार करने पर उन्हें एक करोड़ का कमीशन देने का लालच दिया गया था।
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